Monday, 22 October 2018

चंद यादें...

यादों के साये
सांज को आये
युहीं गुनगुनाये
होठों पर

चांद में चेहरा
दिखे हमे तेरा
हमारा ही पेहरा
सर आँखो पर

© दिपक पाटील.

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